दशहरा पर निबंध | Dussehra Par Nibandh

दशहरा पर निबंध, Dussehra Par Nibandh,

भारत एक के त्योहारों का देश है और दशहरा एक गौरवपूर्ण त्यौहार है विशेषत हिंदू धर्मावलंबी के लिए यह त्यौहार हर्षोल्लास की त्यौहार है। दशहरा आश्विन मास में शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। शरद ऋतु के बेहद ही मनमोहक वातावरण में यह त्यौहार भारत लगायत नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यांमार और भूटान में धूमधाम से मनाए जाते हैं।

दशहरा त्योहार के पावन अवसर पर स्कूल और कॉलेजों पर 10 दिन की लंबी छुट्टियां दी जाती है। छात्राओं को स्कूलों में दशहरा पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है ताकि दशहरा के प्रति छात्राओं की उत्सुकता बनी रहे और उन्हें दशहरा के बारे में पूर्ण जानकारी मिली।

कई ऐसे छात्र भी होते हैं, जिनकी हिंदी भाषा पर पकड़ कमजोर होती है, उन छात्राओं को समझ नहीं आता कि दशहरा यानी विजयादशमी पर निबंध कैसे लिखें। इसीलिए उन छात्राओं को मध्य नजर करते हुए, उनकी कमजोरी को दूर करने के लिए हमने दशहरा पर यह निबंध लिखा हैं।

प्रस्तावना: दशहरा पर निबंध (Dussehra Par Nibandh)

Dussehra Par Nibandh

पौराणिक कथाओं के मान्यता के अनुसार दशहरा के दिन ही भगवान श्रीराम ने लंका के शक्तिशाली राजा रावण पर विजय प्राप्त की थी। इस विजयोत्सव को पूरे भारतवर्ष में मनाया गया था। इसी दिन की स्मृति में हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा विजयादशमी दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है।

दूसरा मान्यता यह भी है, कि महाभारत के पांच पांडवों के अज्ञातवास के दौरान इसी दिन अर्जुन ने शमी वृक्ष पर रखा अपना ब्रह्मास्त्र उतार कर कौरवों की सेना को भगाया था और उनके द्वारा अपहृत राजा विराट की गायों को मुक्त किया था।

पुरानी एवं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरा या विजयदशमी के दिन मंगल कार्यों का प्रारंभ करने का शुभ दिन माना जाता है। इसी दिन सभी हिंदूधर्मावलंबी अपने अपने घरों और दुकानों के दरवाजों को तोरणों से सजाते हैं। सभी लोग अपनी कल-कारखानाओ और औजारों की पूजा करते हैं।

विजयदशमी यानी दशहरे के पूर्व 9 दिनों तक पूरे देश में रामलीला का आयोजन किया जाता है। दशहरे के दिन रामलीला समाप्त होती है और रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ का पुतले जलाए जाते हैं। इस प्रकार बुराई पर भलाई की तथा अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक के रूप में दशहरा मनाया जाता हैं। इसीलिए दशहरा त्योहार को विजयादासामी भी कहते हैं।

दशहरा से जुड़े सामाजिक कुरीतियां

आज के समय में लोग दशहरे की वास्तविक महत्व को भूलकर आधुनिकता के नाम पर बाह्य आडंबर को अधिक प्रधानता देने लगे हैं। इस पवित्र त्यौहार के दिन कई लोग शराब पीते हैं और जुआ खेलते हैं, जोकि सरासर गलत है।

दशहरा जैसे महान और पवित्र त्योहार को सुंदर ढंग से मनाना चाहिए न कि शराब पी के और जुआ ताश खेल के। दशहरा एक बुराई पर अच्छाई का जीत का त्योहार है। इसलिए इस त्योहार का दिन अपने ह्रदय को तपस्या, बलिदान, दान, विरता, स्वदेश प्रेम और स्वधर्म जैसे उत्तम भावनाओं से भरदेना चाहिए।

सचमुच विजयादशमी भारत का राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक त्यौहार है। दशहरे का त्यौहार मानव को धर्म, न्याय और मानवता की रक्षा करने तथा शुभ कार्य में विजय प्राप्त करने का संदेश देता है।

दशहरा पर निबंध 10 लाइन

  1. दशहरा से संबंधित जानकारियों को हमने 10 लाइन में जानकारी देने की कोशिश की है, उम्मीद है कि यह आपके लिए ज्ञानवर्धक होगा।
  2. दशहरा त्योहार हिंदू धर्मावलंबियों के सबसे बड़ा और लोकप्रिय त्योहारों में से एक हैं, जिसे 10 दिनों तक मनाया जाता है।
  3. दशहरा का त्यौहार राक्षस राज रावण पर भगवान श्री राम की विजय का प्रतीक है।
  4. संस्कृत शब्दों में दशहरा शब्द का अर्थ है 10 बुराइयों से मुक्ति।
  5. दशहरा न केवल हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा बल्कि अन्य धर्मावलंबियों जैसे बौद्ध, सिख, ईसाई और मुस्लिमों द्वारा भी मनाया जाता है।
  6. दशहरा त्योहार अधर्म पर धर्म का जीत का प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
  7. दशहरा त्योहार के पावन अवसर पर पूरे भारत में राम-लीला आयोजन किया जाता है, क्योंकि रामायण का नाट्य रूपांतरण है।
  8. दशामुख रावण को जलाते वक्त हर्षोल्लास के साथ आतिशबाजी की जाती है।
  9. दशहरा के दिन रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण का पुतला दहन किया जाता है।
  10. दशहरा त्योहार को नवरात्रि उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है।
  11. दशहरा त्योहार भारतीय उपमहाद्वीप में लंका के राजा रावण की बर्बर आतंक का अंत का प्रतीक है।

निष्कर्ष:

हिंदू धर्म ग्रंथ रामायण के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा को प्रसन्न करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अयोध्या के राजा श्री राम में देवी चंडी का पूजा कर आया था। धर्म ग्रंथों के अनुसार श्रीराम द्वारा युद्ध के 10वें दिन राक्षस राज रावण का वध हुआ था। अंततः राक्षस राज रावण के अंत के बाद राम ने सीता को वापस पाया।

दशहरा त्योहार को दुर्गोत्सव भी कहा जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उसी 10वें दिन माता दुर्गा ने भी राक्षस महिषासुर का वध किया था।

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यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

दशहरा त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

मुख्यतः उत्तर भारत में, दशहरा यानी विजयादशमी भगवान श्री राम द्वारा राक्षस राज रावण की वध की स्मृति में मनाया जाता है। दशहरा त्योहार को महिला देवत्व का उत्सव भी कहा जाता है क्योंकि यह देवी दुर्गा द्वारा राक्षस महिषासुर की वध का प्रतीक हैं।

दशहरा का अर्थ क्या है?

दशहरा शब्द दो शब्दों का समायोजन से बना है। दश और हारा। इनमें ‘दश’ का मतलब 10 और ‘हारा’ का मतलब हार यानि पराजय।

दशहरा त्योहार का हमारे समुदाय में क्या योगदान है?

दशहरा त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाता है। दशहरा त्योहार के पावन अवसर पर मंदिरो पर मेला लगाए जाते हैं। जहां पर हजारों के संख्या में लोग पहुंचते हैं। जिससे करोड़ों की व्यापार होती है और हजारों लोगों को रोजगार भी मिलता है। इसके अलावा पंडाल लगाने में, देवी दुर्गा की मूर्तियां बनाने में और साजसज्जा करने में हजारों लोगों को रोजगार मिलता है।

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