भारत एक विशाल देश हैं। यह देश भौगोलिक विविधताओं से भरीपूर्ण है। Bharat Ki Sabse Unchi Choti इसकी हरी-भरी घाटियों से लेकर शुष्क रेगिस्तान तक, बहती नदियों से लेकर सदाबहार जंगलों तक, ऊंचे पहाड़ों से लेकर घाटों तक भारत के पास सब कुछ है।
भारत, दुनिया के कई चमत्कारों का घर भी है। उन्ही चमत्कारों में से भारत के उत्तर में बसे हिमालय पर्वत श्रृंखला भि एक हैं। ऊंचे ऊंचे हिमालय पर्वत श्रृंखला न केवल भारत के सौंदर्य मैं चार चांद लगाते हैं बल्कि जलवायु और मौसम पर भी बहुत प्रभाव डालती है। जहां से निकलती नदिया पूरे भारत को सिंचित करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
तो चलिए जानते हैं भारत के 10 सबसे ऊंची हिमालय पर्वत चोटियों के बारे में :
Bharat Ki Sabse Unchi Choti
क्रम संख्या | हिमालय पर्वत का नाम | चोटियों की ऊंचाई |
1 | कंचनजंगा पर्वत – Kanchenjunga | 8,586 मीटर |
2 | नंदा देवी पर्वत – Nanda Devi mountain | 7,816 मीटर |
3 | कामेट पर्वत – Kamet Mountain | 7,756 मीटर |
4 | साल्टोरो कांगड़ी पर्वत – Saltoro Kangri Mountain | 7,742 मीटर |
5 | सासेर कांगड़ी पर्वत – Saser Kangri Mountain | 7,672 मीटर |
6 | ममोस्तोंग कांगड़ी पर्वत – Mamostong Kangri Mountain | 7,516 मीटर |
7 | रिमो पर्वत – Rimo Mountain | 7,385 मीटर |
8 | हरदेओल पर्वत – Hardeol Mountain | 7,151 मीटर |
9 | चौखंबा पर्वत – Chaukhamba Mountain | 7,138 मीटर |
10 | त्रिशूली पर्वत – Trishuli Mountain | 7,120 मीटर |
कंचनजंगा पर्वत – Kanchenjunga
नेपाल के माउंट एवरेस्ट और पाकिस्तान की K2 के बाद कंचनजंगा पूरी दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी (Himalaya Ki Teesri Sabse Badi Choti) है। भारत और नेपाल की सीमा पर सिक्किम राज्य में स्थित, कंचनजंगा हिमालय पर्वत की ऊंचाई 8,586 मीटर है और जो भारत के सबसे ऊंची चोटी भी है। कंचनजंगा हिमाल के नाम से हिमालय का खंड भारत और नेपाल दोनों में स्थित है और इस पर्वत श्रृंखला में 7,000 मीटर से ऊँची 16 चोटिया है।
कंचनजंगा रॉयल ज्योग्राफिकल सोसायटी द्वारा अपनाया गया आधिकारिक नाम है, ज्योति बत्ती नाम के स्थानीय उच्चारण के सबसे करीब हैं। कंचनजंगा नाम का अनुवाद ” बर्फ के पांच खजाने” के रूप में किया जाता है। स्थानीय लोपो आबादी का मानना है कि पांच खाजाने में नमक, सोना, अनाज और दवाएं क्षेत्र और अजय कवच है।
कंचनजंगा हिमालय पर्वत को उत्तर में होनाक चू, और जोंगसांग ला, पूर्व में टीस्टा नदी और पश्चिम में घूंसा और तमुर नदी द्वारा सीमांकित किया गया है। कंचनजंगा हिमालय पर्वत को सबसे पवित्र चोटियों में से एक के रूप में माना जाता है।
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भारत के उत्तराखंड राज्य और हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित, नंदा देवी भारत की सबसे प्रमुख चोटियों में से एक हैं। दुनिया की 23वी सबसे ऊंची चोटी और पूरी तरह से देश के भीतर स्थित सबसे ऊंची पर्वत चोटी भी है। इस पर्वत चोटी की ऊंचाई 7,816 मीटर है। इस पर्वत को 1808 तक दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माना जाता था।
पश्चिमी सर्वेक्षणकर्ताओं द्वारा नेपाल में स्थित माउंट एवरेस्ट, कंचनजंगा और धौलागिरी की खोज के बाद नंदा देवी चोटी को अपनी सर्वोच्च चोटी का खिताब खोना पड़ा। नंदा देवी पर्वत चोटी पश्चिम में ऋषि गंगा घाटी और पूर्व में गोरी गंगा घाटी से गिरी हुई है।
पास के नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान को वर्ष 1998 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया था। नंदा देवी चोटी का स्थानीय गढ़वाली संस्कृति में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है और इसलिए हर 12 साल में नंदा देवी राज-घाट यात्रा की जाती है और चोटी की पूजा की जाती है।
कामेट पर्वत – Kamet Mountain
उत्तराखंड राज्य के चमोली क्षेत्र में स्थित कामेट पर्वत चोटी भारत की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है। 7,756 मीटर ऊंचाई के साथ यह सीकर भास्कर पर्वत श्रृंखलाओं में गढ़वाल हिमालय का सबसे ऊंचा शिखर है। यह पर्वत चोटिया दिखने में एक विशाल पिरामिड जैसा दिखता है जिसके शीर्ष पर दो चोटियां हैं। कामेट तिब्बत के करीब है और तीन अन्य चोटियों से भी घिरा हुआ है।
इस पर्वत का 3 चोटियां है। यह पर्वत भारत और चीन के सीमा में स्थित होने की वजह से बहुत कम ही लोग इस पर्वत का आरोहण करने के लिए जाते हैं।
साल्टोरो कांगड़ी पर्वत – Saltoro Kangri Mountain
भारत के जम्मू और कश्मीर में स्थित यह पर्वत काराकोरम हिमालय रेंज पर एक बहुत ही दूरस्थ स्थान पर हैं। साल्टोरो कांगड़ी पर्वत की चोटी 7,742 मीटर ऊंची है और इसे अक्सर साल्टोरो पर्वत श्रृंखला का सबसे ऊंचा पर्वत कहा जाता है। इस पर्वत को भूगोल विद और पर्वतारोहियों द्वारा K10 के नाम से भी जाना जाता है।
यह पर्वत सियाचिन क्षेत्र ( भारत नियंत्रित क्षेत्र ) और साल्टोरो रेंज के पश्चिम में पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्र के बीच वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा में स्थित है। काराकोरम रेंज की साल्टोरो उप-श्रेणी दुनिया के कुछ सबसे ऊंचे ग्लेशियरों को समेटे हुए हैं, जिसमें लोकप्रिय सियाचिन ग्लेशियर भी शामिल है। यह पर्वत भारत और पाकिस्तान दोनों के इतिहास में एक विशेष स्थान रखता है।
सासेर कांगड़ी पर्वत – Saser Kangri Mountain
सासेर कांगड़ी पर्वत भारत के सबसे ऊंची चोटियों में से पांचवा चोटी है। भारत क़े केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में स्थित, सासेर मुजतघ रेंज ( काराकोरम रेंज की सबसे पूर्वी उपश्रेणी ) में 5 शानदार पर्वत चोटियों का एक समूह शामिल है।
सासेर कांगड़ी पर्वत दुनिया के सबसे ऊंचे चोटियों में से 35वें स्थान में हैं। यह सासेर कांगड़ी मासिफ का एक हिस्सा है और सासेर मुजतघ के उत्तर-पश्चिम छोर पर स्थित है। यह पर्वत दो प्रमुख हिमनदों के पास है जिसका नाम सकाना और पुकपोचे।
ममोस्तोंग कांगड़ी पर्वत – Mamostong Kangri Mountain
ऊंचे काराकोरम रेंज की रिमो मुज़तघ उप-श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी ममोस्तोंग कांगड़ी पर्वत भारत की छठी सबसे ऊंची चोटी है। यह छोटी अपने सर्वेक्षण नाम K35 के नाम से भी जाना जाता है। इस चोटी की ऊंचाई 7,516 मीटर है और यहां सियाचिन ग्लेशियर के आसपास के क्षेत्र में स्थित है। यह दुनिया की और 48वीं सबसे ऊंची चोटी है।
ममोस्तोंग कांगड़ी पर्वत एक बहुत ही दूरस्थ स्थान पर स्थित है और इसलिए पर्यटकों को और उत्साही लोगों इस पर्वत पर नहीं जा पाते हैं। यह पर्वत भारत और चीन सीमा के बीच स्थित होने के कारण से राजनीतिक और सैन्य तनाव से भी ग्रस्त रहता है। बहुत कम और साहसी लोगो ही इस पर्वत का आरोहण करने के लिए आते हैं।
रिमो पर्वत – Rimo Mountain
रिमो पर्वत चोटी भारत के सबसे उत्तर में स्थित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में स्थित है। इस पर्वत चोटी की ऊंचाई 7,385 मीटर है ओरिया काराकोरम रेंज के रिमो मुज़तघ उपश्रेणी क़े उत्तरी किनारे पर स्थित है।
रिमो पर्वत में 4 पर्वत चोटिया शामिल है, जिनमें से रीमो 1, रीमो मासिफ़ की सबसे ऊंची चोटी है। यह चोटी अत्यंत दूरस्थ स्थान में होने के कारण और बहुत ही दुर्गम क्षेत्र में होने के कारण 20वीं शताब्दी तक अज्ञात था। यह भारत के सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों में से एक हैं, जिसका नाम काराकोरम दर्रा है जो पूर्वोत्तर रिमो पहाड़ों में स्थित है।
हरदेओल पर्वत – Hardeol Mountain
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित यह पर्वत की ऊंचाई 7,151 मीटर है। यह हिमालय के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित पिथौरागढ़ की मिलम घाटी में स्थित है और यह इस क्षेत्र की एक प्रमुख चोटी हैं।
यह पर्वत कुमाऊं अभयारण्य के उत्तरी भाग में स्थित है और नंदा देवी चोटी की रक्षा करता है। यह स्थान भगवान के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह चोटी एक और बहुत महत्वपूर्ण चोटी के करीब है जिससे उत्तर में त्रिशूली के नाम से जाना जाता है और ऋषि पहाड़ दक्षिण में है।
चौखंबा पर्वत – Chaukhamba Mountain
चौखंबा पर्वत हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में पहाड़ों के गंगोत्री समूह की चार चोटियों में से सबसे ऊंची पर्वत चोटी है। इस पर्वत का नाम चार स्तंभों का नाम से रखा गया है। ‘चौ’ का अर्थ है चार और ‘खंबा’ का अर्थ है स्तंभ। मतलब चार स्तंभ। इस पर्वत चोटी की ऊंचाई 7,138 मीटर है।
इस पर्वत के एक दूसरे के बगल में एक जैसा चार पर्वत चोटिया है, इसी से पर्वत का नाम चौखंबा पड़ा। चौखंबा पर्वत प्रसिद्ध गंगोत्री ग्लेशियर के मुकुट पर स्थित है। यह पवित्र बद्रीनाथ मंदिर के पास स्थित है और इसलिए भारतीय हिंदू संस्कृति में इसका बहुत बड़ा महत्व है।
त्रिशूली पर्वत – Trishuli Mountain
भारत के उत्तराखंड राज्य के औली में नंदा देवी अभयारण्य के पास स्थित त्रिशूल पर्वत चोटी की ऊंचाई 7,120 मीटर है। त्रिशूली पर्वत की चोटी तीन चोटियों में से सबसे ऊंची हैं, जिसके वजह से इसे त्रिशूली पर्वत कहा जाता है।
3 चोटियां एक त्रिशूल से मिलती-जुलती है। त्रिशूल को भगवान शिव का शस्त्र माना जाता है और यही कारण है कि लोग अक्सर भगवान शिव को इस शिखर से जोड़ते हैं।
अंतमे:
ऊंचे पर्वत चोटिया न केवल उन राज्यों के लिए गर्व का बात होती है, बल्कि पूरे देश के लिए भी बहुत गर्व का विषय हैं। वें सभी ऊंचे हिमालय का हिस्सा है, जो दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला है और इसका स्थानीय मौसम, परंपरा और संस्कृति में योगदान होता हैं। पर्वत चोटिया कई मायनों में एक दूसरे से भिन्न होते हैं, विशेष रुप से ऊंचाई और स्थान।
जगह के विविध वनस्पति और जीव, जगह के बेहद दुर्लभ वन्य जीवन, कठिन इलाके, सुंदर हिमनदी और शानदार परिदृश्य सबसे आम विशेषताएं हैं जो सभी चोटियों को साझा करते हैं। हर साल, बहुत सारे खोजकर्ता, पर्वतारोही, यात्री, प्रकृति प्रेमी और साहसिक प्रेमी इन स्थानों पर आते हैं।
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यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!
FAQ:
भारत के सबसे ऊंची पर्वत चोटी कौन सी है?
भारत के सबसे ऊंची पर्वत चोटी कंचनजंगा है, जिसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है।
भारत के दूसरे सबसे ऊंची पर्वत चोटी कौन सी है?
भारत के दूसरे सबसे ऊंची पर्वत चोटी नंदा देवी चोटी है, नंदा देवी पर्वत चोटी की ऊंचाई 7,816 मिटा रहे हैं।
दुनिया में 7,000 मीटर से ऊंचे पर्वत चोटिया कितने हैं?
दुनिया में 7,000 मीटर से उसे पर्वत चोटियों की संख्या 110 से अधिक है।